एक सुन्दर व स्वच्छ गार्डन घर की खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है। आजकल अधिकतर लोग घर के प्रवेश द्वार पर ही गार्डन बनाना पसन्द करते है। इसलिए अब घर की साज-सज्जा के साथ-साथ बड़े पैमाने पर बगीचे की सुन्दरता और खुबसूरती पर घ्यान दिया जाता है। 

इंसान आजकल की दौड़भाग की जिन्दगी में वो कुछ क्षण अपने परिवार के के साथ गार्डन में बैठकर एक कप चाय पीता है। पूरे दिन की थकान के बाद इंसान अशान्त व चिड़चिड़ा हो जाता है। हम सब जानते है कि शान्ति और आराम सिर्फ प्रकृति की गोद में ही मिलती है। 

अब आप भी चाहते होंगे कि आपके घर में एक ऐसी बगिया हो जहां आपको सुकून का अहसास हो। ठीक सोचा आपने अब शान्ति के लिए आपको कहीं बाहर जाने की आवश्यकता नहीं आप प्रकृति को अपने घर में ही आमन्त्रित कर सकते हो। अगर आप भी अपने धर में एक बगीचा बनाना चाहते है। तो चलिए हम आपको बताएं कि किस प्रकार आप अपनी एक स्वच्छ, सुन्दर व आकर्षित बगीचा बना सकते हो। 

जगह का चुनाव
सबसे पहले आपको अपने घर में बगीचा तैयार करने से पहले यह ध्यान रखना होगा कि जगह ऐसी हो जहां धूप,रोशनी आदि उचित मात्रा में उपलब्ध हो, क्योंकि यह सब एक स्वस्थ्य बगिया और पौधों के जीवन के लिए होना बहुत आवश्यक है। ये चीजे पौधों के विकास व जीवन के लिए बहुत जरुरी हैं।

पौधों का चुनाव

पौघों का चुनाव करते समय यह घ्यान रहे कि बगीचा अमूमन आउटडोर में ही बनाया जाता है। जिसके लिए केवल आउटडोर पौघों का ही चुनाव करना चाहिए। सभी पौधों की अलग अलग तापमान ग्रहण करने की क्षमता होती है। कुछ पौधे ऐसे होते हैं जिन्हें दूसरे पौधों की अपेक्षा सूर्य की रोशनी की अधिक मात्रा चाहिए होती है, और कुछ पौधे ऐसे भी होते हैं जो सूर्य की किरणें सहन नही कर पाते। 

आउटडोर पौधे बाहरी वातावरण अनुकूलित होते हैं। इसलिए पौधों का चुनाव करते समय बड़ी सावधानी और पर्याप्त जानकारी का होना आवश्यक है।

मिट्टी व खाद 

बगीचा तैयार करते समय यह घ्यान रहे कि मिट्टी चिकनी न हो। पौधे लगाने से पहले मिट्टी का पी.एच लेवल जरुर जांच लें। पौघों में खाद समय-समय पर डालते रहें। स्वस्थ्य पौधे और विकास के लिए यह बहुत जरुरी है। आप दो या तीन सप्ताह में जरुरत के अनुसार खाद डाल सकते हैं।

पानी

जिस प्रकार पानी के बिना हम जीवित नही रह सकते उसी प्रकार पौधों के जीवन के लिए भी पानी जरुरी है। पानी की मात्रा प्रत्येक पौधों के लिए अलग अलग होती है। इसलिए पौघों का चुनाव करते समय यह जानकारी ले लें कि उस पौधे के लिए पानी की कितनी मात्रा जरुरी है। पौघों को कभी धूप में पानी नहीं देना चाहिए पौधों में पानी देने का उचित समय सुबह, शाम का होता है। गमलों में पौधे लगाते समय उसकी तली मे पत्थर आादि के टुकड़े इस प्रकार रखें कि पानी की निकासी पर कोई प्रभाव न पड़े। 

साज-सज्जा

 बगिया की सजावट के लिए आप अनेक प्रकार की वस्तुओं का उपयोग कर सकती हैं। इन वस्तुओं में आकर्षक गमलें जो विभिन्न आकृतियों में बाजार में मौजूद हैं साथ ही आप गार्डन में टेबल चेयर व छांव के लिए एक छतरी लगा सकते हैं, जहां आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ बैठकर बातें कर सकते है। इसके अलावा आप अपने बगीचे की खूबसूरती के लिए लालटेन, लैंप व मूर्तियां लगा सकते है। 

आप गमलों में विभिन्न रंगो के छोटे छोटे मार्बल डाल सकती हैं। सुन्दरता के लिए टेराकोट मिट्टी से बने गमलों का प्रयोग कर सकते है। रात में भी बगीचे की सुन्दरता बनाए रखने के लिए आप गार्डन में सोलर लाइट का प्रयोग कर सकते है। सजावट तभी पूरी लगती है जब साफ सफाई का पूरा ध्यान दिया जाये, पौधों की कटाई समय समय पर करते रहें, गन्दगी से बचने के लिए गमलों के नीचे प्लास्टिक की प्लेट लगा कर रखें ऐसा करने से गन्दगी भी कम होती है और फर्श पर गमलों के निशान भी नही पढते। 

रखरखाव व देखरेख टिप्स

•    अगर आप पौधे गमले मे लगा रहे हैं तो मिट्टी के गमलों का ही चुनाव करे इससे जडों को हवा मिलती है।
•    पौधे लगाने से पहले उससे संबिंधत पूर्ण जानकारी प्राप्त कर ले।
•    खुरपी, कैंची, खाद् पहले से ही मंगा लें।
•    समय समय पर मिट्टी बदलते रहें।
•    पौधो को कीडों से बचाने के लिए खाद् व जरुरी दवा डाल सकते हैं।
•    पौधो को पानी देने का एक निश्चित समय तय कर लें।
•    समय समय पर पौधों की कटाई करते रहें।